Top Guidelines Of जानें कमर दर्द से छुटकारा पाने के तरीके

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लागत प्रभावी: घरेलू उपचार अलोपैथिक दवाओं की तुलना में सस्ते होते हैं और लोग इन्हें आसानी से उपलब्ध कर सकते हैं। यदि कमर दर्द लंबे समय तक बना रहता है तो लोगों को सर्जरी करवाने की संभावना भी होती है। लेकिन घरेलू उपचार से इस तरह के महंगे इलाज की आवश्यकता नहीं होती है।

एसेंशियल ऑयल कमर दर्द का इलाज है क्योंकि इनमें कई प्रकार के औषधीय गुण और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। एसेंशियल ऑयल प्रबल और तेज होते हैं जिसकी वजह से त्वचा पर इन्हें सीधे लगाने से जलन हो सकती है। एसेंशियल ऑयल कई प्रकार के होते हैं जैसे कि नीलगिरी, रोजमैरी, सैंडलवुड, लैवंडर, जिंजर, पिपरमेंट इत्यादि।

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ताड़ासन: यह योगासन साइटिक नर्व में होने वाले दर्द को कम करने मदद करता है। इसके अलावा शरीर के केंद्रीय मांसपेशियों का ढांचा सही रखता है जिससे कमर के दर्द से राहत मिल सकती है।

एक्यूट कमर दर्द – यह सबसे सामान्य कमर दर्द होता है, जिसकी शिकायत अधिकतर लोग करते हैं। यह अचानक हो सकता है और कुछ दिनों या हफ्तों तक रह सकता है। यह कुछ वक्त के आराम से ठीक भी हो सकता है।

अब एक get more info छलनी लें और जूस को छानकर एक गिलास में निकाल लें।

कमर के निचले हिस्से में दर्द होने के कई कारण होते हैं जैसे कि पीठ की मांसपेशियों या टेंडन में खिंचाव व चोट, गठिया, डिस्क की चोट, वजन बढ़ने के कारण और रीढ़ की हड्डी के कुछ हिस्सों में क्षति होने के कारण दर्द हो सकता है। 

कमर दर्द के दौरान व्यक्ति को झुकने, उठने, बैठने या चलने में परेशानी हो सकती है।

कमर दर्द असहनीय होने पर किसी ऑर्थोपेडिक डॉक्टर से जरुर संपर्क करना चाहिए। डॉक्टर कमर का निदान करते हैं और इसी अनुसार निम्नलिखित दवाईयां, थेरेपी या सर्जरी कर सकते हैं: 

डिस्केक्टमी: इस सर्जरी में हार्निया से प्रभावित डिस्क के हिस्से को निकाल दिया जाता है। 

इंजेक्शन: कमर दर्द में घरेलू उपायों और दवाइयों से आराम न मिलने पर डॉक्टर कार्टिसोन इंजेक्शन लगा सकते हैं। 

इसके साथ ही कमर को सहारा देने के लिए तकिया या तौलिये को रोल करके रख सकते हैं।

गर्मी में मुल्तानी मिट्टी का स्किन पर इस्तेमाल किसी दवा की तरह ही असर करता है। खूबसूरत स्किन पाने के लिए और स्किन से जुड़ी समस्याओं से छुटकारा के लिए मुल्तानी मिट्टी बेहद असरदार साबित होती है। गर्मी में तेज धूप,गर्म हवाएं,लू,धूल-मिट्टी,चेहरे से निकलने वाला ऑयल और पसीना स्किन की सारी रंगत छीन लेता है। इस मौसम में चेहरे से ऑयल ज्यादा रिलीज होता है और स्किन पोर्स खुलने लगते हैं। गर्मी में चेहरे पर बहुत ज्यादा पसीना आने से एक्ने,पिंपल्स और चेहरे पर दानें निकलने की समस्या तेजी से बढ़ जाती है। समर में ज्यादा पसीना इरिटेटिंग भी हो सकता है। इस मौसम में स्किन पर ड्राईनेस भी ज्यादा रहती है। गर्मी में स्किन को कूल और हाइड्रेट रखने के लिए मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल बेहद असरदार साबित होता है।

करवट लेकर सोते समय अपने घुटनों के बीच में तकिए को रखकर सोएं।

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